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कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवानी हैं, तो पहला स्टेप अनिवार्य है -क्या है जान लीजिये।

दोस्तों जैसे की सबको पता है की हम पिछले साल के कोविड के महामारी को लेकर इतनी परेशानिया झेल चुके है की २०२१ की सबसे खुशखबरी ये रही है की अब कोरोना वैक्सीन का डिस्ट्रीब्यूशन शुरू हो चूका है , जल्द ही स्टेप बाय स्टेप हम तक वैक्सीन पोहोच जाएगी।

लेकिन क्या आपको पता है वैक्सीन लेने से पहले सबसे पहली महत्वपूर्ण स्टेप हमें उठानी है , और वो ये है की हमें एक अप्प इनस्टॉल करना बहोत ही जरुरी है ,
भारत सरकार द्वारा कोविड-19 रोलआउट के लिए एक खास एप्लीकेशन तैयार कर दिया गया है जिसे नाम दिया गया Covin। एक ऐसा एप्लीकेशन जो कोविड-19 के टीकाकरण अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस एप्लीकेशन के जरिए भारत की सरकार भारत में आई कोरोना की वैक्सीन के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकेगी जैसे कोरोना वैक्सीन का स्टॉक, डिस्ट्रीब्यूशन, स्टोरेज आदि। साथ ही इस एप्लीकेशन में यह बात भी रिकॉर्ड की जाएगी की किस मरीज को टीका लगाया जा चुका है और उसे दोबारा टीकाकरण कब होगा। इन सभी बातों का शेड्यूल एप पर पहले से ही मिल जाएगा।

मै आप सब को गुजारिश करती हु के कोविन ऍप को लेके बहोत सारे फर्जी ऍप भी आये है जिससे फ्रॉड हो रहे है , ये ऍप डाउनलोड करने से पहले जानकारी देखके ही इनस्टॉल करे वरना आप ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो सकते है

इस एप्लीकेशन के अलग-अलग डाटा केंद्र भी बनाए जाएंगे जो विभिन्न राज्यों में खुद के डाटा केंद्र होंगे जो वहां की एजेंसियों के द्वारा ही अपडेट किए जाएंगे। देश भर में लगभग 28000 कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज बनाए गए हैं जिन पर मौजूद टॉप वगैरा का पता लगाने के लिए इस एप्लीकेशन का निर्माण किया गया है।

इस एप्लीकेशन में टेंपरेचर लोगेर्स, वैक्सीन डेप्लॉयमेंट और कोल्ड चैन मैनेजर सभी प्रकार के फीचर्स होंगे। इस एप्लीकेशन के बारे में और विस्तार पूर्वक जानकारी इस आर्टिकल में देने की कोशिश कर रही हु.

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वैक्सीन लगने के बाद तापमान में होने वाले बदलाव पर रखेगा ध्यान

इस एप्लीकेशन के जरिए सरकार स्टोरेज पॉइंट पर तापमान में बदलाव को भी ट्रैक करने में सक्षम हो पाएगी। वैक्सीन के रखरखाव में यह एक बहुत अहम चरण है क्योंकि वैक्सीन के इस्तेमाल से पहले इस को सुरक्षित रखना बेहद आवश्यक है। कोविन ऐप के जरिए वैक्सीन के स्टोरेज फैसिलिटी के हेल्थ सेंटर से लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल एवं टीकाकरण केंद्र पर मौजूद सभी वैक्सीन का हिसाब किताब रखा जाएगा। यदि कहीं पर भी वैक्सीन खत्म होने वाली है या स्टाफ कम पड़ने वाला है तो उसका नोटिफिकेशन एप्लीकेशन पर पहले ही आ जाएगा।

वैक्सीन के दोनों डोज़ लगने के बाद मिलेगा सर्टिफिकेट


कोरोना वैक्सीन आने के बाद यह खुलासा हुआ है कि वैक्सीन के दो डोज़ प्रत्येक व्यक्ति को लगाए जाएंगे। इस एप्लीकेशन के जरिए लोगों को लगने वाला कोरोना के टीके का शेड्यूल लोकेशन एवं यह जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं कि उन्हें वह टिकट कौन लगाएगा। यदि किसी व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन की 2 डोज़ लगाई जा चुकी है तो इस एप्लीकेशन के जरिए उनके नाम पर एक सर्टिफिकेट जनरेट हो जाएगा। उस सर्टिफिकेट को इस एप्लीकेशन की प्रक्रिया के हिसाब से डिजिटल लॉकर में सेव कर दिया जाएगा।
  • प्रायरिटी ग्रुप का डाटा होगा उपलब्ध
    कोविन एप्लीकेशन के अंतर्गत चार प्रकार के प्रायरिटी ग्रुप निर्धारित किए जाएंगे जिनमें हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर्स, 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग एवं गंभीर बीमारियों से जूझने वाले लोग शामिल किए गए हैं। इस एप्लीकेशन के अंतर्गत प्रत्येक जिले में मौजूद सरकारी एवं निजी अस्पतालों में काम करने वाले व्यक्तियों का डाटा भी फिट किया जा सकेगा। इसके साथ साथ उन्हें अप्रूवल के बाद ही कोरोना वैक्सीन की डोज दी जाएगी।

कोरोनावायरस ने साल 2020 के दौरान भारत समेत कई सारे देशों के लोगों का जीना मुहाल कर रखा था। साल 2021 की शुरुआत में ही लोगों को कोरोनावायरस इन से जुड़ी अच्छी खबर सुनने को मिली है। भारत के नागरिकों को भी इस बात का विश्वास है कि जल्द ही उन तक कोरोनावायरस इन पहुंच जाएगी। हालांकि केंद्र सरकार ने इस पर काम प्रारंभ भी कर दिया है केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से ही वैक्सीन खरीद कर भारत के प्रत्येक राज्य एवं क्षेत्र तक पहुंचाने का काम करेगी और शीघ्र ही सब लोगों तक यह दवाई पहुंच जाएगी जिसके बाद कोरोनावायरस काफी हद तक कम हो पाएगा। 2020 के अंत एवं 2021 की शुरुआत में यह लोगों के लिए सबसे ज्यादा आनंद दायी खबर है।