yuvraj singh

The journey of Yuvraj Singh – With Videos You Would Love to Watch!

युवराज सिंंघ
इंडिया में क्रिकेट का फैन नहीं है ऐसे बहोत ही कम लोग होंगे क्युकी क्रिकेट यहाँ के लोगोंके लिए खेल नहीं जूनून है।
और उस क्रिकेट में युवराज सिंघ जैसा खिलाडी होना मतलब चार चाँद था ,आज युवराज इंडियन टीम में नहीं है तोह क्या हुआ आज भी वो हमारे दिल में राज करते है

अंतर्राष्ट्रीय शुरुआत
टेस्ट-16 अक्टूबर 2003 को न्यूजीलैंड के खिलाफ मोहाली में
वनडे (एकदिवसीय)- 3 अक्टूबर 2000 को केन्या के खिलाफ नैरोबी में
टी-20- 13 सितम्बर 2007 को स्कॉटलैंड के खिलाफ डरबन में

युवराज सिंह के पिता का नाम योगराज सिंह था! योगराज सिंह को भी क्रिकेट से बहुत प्यार था और वह भी एक क्रिकेट प्लेयर रह चुके थे! युवराज सिंह के पिता बचपन से ही यही चाहते थे की युवराज सिंह एक क्रिकेटर प्लेयर बने और अपने देश के लिए इंडियन क्रिकेट team में खेले! युवराज सिंह को भी बचपन से ही क्रिकेट से बहुत प्यार था! और आखिरकार युवराज सिंह ने 3 अक्तूबर 2000 को अपने क्रिकेट जीवन का पहला मैच इंडियन क्रिकेट team में खेला! उसके बाद युवराज सिंह ने पीछे मुढ़कर नहीं देखा और लगातार इंडियन क्रिकेट टीम के लिए बढ़िया प्रदर्शन करने लगे!

युवराज सिंह (युवी) भारत के सबसे चहिते क्रिकेट खिलाड़ी हैं। उन्होंने 20-20 विश्व कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर की 6 गेंदों में 6 छक्के मार कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इसके साथ ही 20-20 में 12 गेंदों में अर्धशतक बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी उनके नाम है। … युवराज सिंह ने १० जून २०१९ को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।

युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को विश्व कप 2011 में अहम भूमिका निभाने में मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया। इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब, पुने वॉरियर्स इंडिया, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली डेयरडेविल्स की और से खेल चुके है, हाल में आईपीएल विजेता सनराइजर हैदराबाद से खेल रहे है। इन्होंने १ ओवर मे ६ छक्के लगाने का विश्व रिकार्ड बनाया है। युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को भी बचपन से ही क्रिकेट से बहुत प्यार था| और आखिरकार युवराज सिंह ने 3 अक्तूबर 2000 को अपने क्रिकेट जीवन का पहला मैच इंडियन क्रिकेट team में खेला, उसके बाद युवराज सिंह ने पीछे मुढ़कर नहीं देखा और लगातार इंडियन क्रिकेट टीम के लिए बढ़िया प्रदर्शन करने लगे।

युवी का रिकॉर्ड –
युवी ने अपने जीवन में एक बड़ा रिकॉर्ड तब बनाया जब 2007 के 20-20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए एक मैच में स्टुअर्ड ब्राड के 6 बाल पर 6 छक्के लगाया। युवराज सिंह ने 6 बाल पर 6 छक्के लगाकर पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमी को हिला कर रख दिया। 6 बाल पर 6 छक्के लगाना अपने आप में एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड है। इसके साथ साथ 2007 के 20-20 विश्व कप के मैच में युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने मात्र 12 गेद पर 50 रन बनाकर एक विश्व कप रिकॉर्ड भी बना दिया। युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के 12 गेद पर 50 रन बनाने का रिकॉर्ड अभी तक कोई नहीं तोड़ पाया है। युवराज सिंह एक बहुत ही तेजी से रन बनाने वाले बैटमैन थे। युवी के ६ सक्सेस देखके आज भी रोमते खड़े हो जाते है

युवी के अवार्ड्स –
युवराज को 2012 में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा “अर्जुन” पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 2014 में युवराज “पद्मश्री” पुरस्कार से भी सम्मानित किये गए जो की भारत का चौथा सबसे बड़ा अवार्ड है. 2014 में रॉयल चैलेंजर बंगलोर ने युवराज को IPL की नीलामी में सबसे महंगा खिलाडी 14 करोड़ में ख़रीदा. 2015 की IPL नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स ने युवराज को 15 करोड़ में ख़रीदा. 2016 की IPL नीलामी में सनराइजर हैदराबाद ने युवराज को 7 करोड़ में ख़रीदा.

व्यक्तिगत जीवन :

    युवराज का जन्म पंजाब में हुआ है. युवराज भूतपूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह और शबनम सिंह के बेटे है. उनके माता-पिता के तलाक के बाद युवराज अपनी माता के साथ रहते थे. बचपन में टेनिस और रोलर स्केटिंग युवराज के पसंदीदा खेल थे और युवराज दोनों भी खेल अच्छा ही खेलते थे. युवराज ने अन्तराष्ट्रीय अंडर 14 रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप भी जीती है. लेकिन उनके पिता ने उनके सारे मेंडल्स फेक दिए थे और कहा था की वे सिर्फ क्रिकेट पर ही ध्यान दे. युवराज के पिता उन्हें रोज अभ्यास के लिए ले जाते थे. उन्होंने अपनी पढाई DAV पब्लिक स्कूल, चंडीगढ़ से की. युवराज ने बाल कलाकार के रूप में छोटे रोल भी किये, मेहँदी सांगा दी और पुट सरदार में उन्होंने छोटे किरदार निभाये है. युवराज ने 12 नवंबर 2015 को हजेल कीच से सगाई की थी.

करियर :

    युवराज सिंह पहली बार कूच-बिहार ट्राफी के दौरान चर्चा में आए जब उन्होंने पंजाब क्रिकेट टीम की तरफ से खेलते हुए 358 रन बनाए. इस प्रदर्शन के बल पर उन्हें साल 2000 में अंडर 19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला. भारत ने इस साल यह प्रतियोगिता जीत भी ली.

    साल 2000 में ही युवराज को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी चुना गया. आईसीसी नॉक-आउट ट्राफी के दौरान केन्या के खिलाफ उन्होंने अपना पहला मैच खेला. इस सीरीज के दूसरे ही मैच में युवी ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ विस्फोटक रुख अपनाते हुए अपने बल्ले की धाक दिखा दी थी. इस मैच में उन्होंने 82 गेंदों पर 84 रन बनाए पर सीरिज के बाद युवी को टीम में दुबारा जगह बनाने के लिए एक साल का इंतजार करना पड़ा.

    2002 में नेटवेस्ट सीरीज के दौरान युवराज सिंह ने मोहम्मद कैफ के साथ मिलकर फाइनल में भारत की जीत में अहम रोल निभाया था. यह मैच युवराज के कॅरियर के लिए एक टर्निंग प्वॉंइट की तरह साबित हुआ. साल 2002 से लेकर 2005 तक कई अहम मौकों पर युवी ने राहुल द्रविड़ और कैफ के साथ मिलकर भारत को कई जीतें दिलाईं.

युवराज ने चपन में २ मूवी में बच्चे की भूमिका की हुई है
मूवी के क्लिप का लिंक शेयर कर रही हु युवी के फंस को देखने में बड़ा मजा आएगा

युवराज और कैंसर
युवराज को लंग कैंसर डिग्नोसिस हुआ जो सबसे दुखभरी न्यूज़ थी कि उनके बाएं फेफड़े में कैंसर का ट्यूमर था, जिसकी पुष्टि 2011 में सेमिनोमा Lungs के कैंसर से हुई थी। युवराज ने तब बोस्टन और अमेरिका के इंडियानापोलिस में कीमोथेरेपी कराने का फैसला किया था। युवराज ने खुद स्वीकार किया था कि उन्होंने 2011 के विश्व कप में भारत के लिए खेलते समय इस बीमारी के मजबूत संकेत देखना शुरू कर दिया था, लेकिन वह उन्हें अनदेखा करते रहे।

उन्होंने हिम्मत से काम लिया और वह किमोथेरेपी के लिए बोस्टन और इंडिआनापलिस गए। मार्च 2012 में युवराज की 3 कीमोथेरेपी की साइकिल ख़त्म हुई और वह भारत वापस ठीक होकर लौट आए।

दिलचस्प बाते
वह आईपीएल 2014 और 2015 की नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ी थे, (क्रमशः 14 करोड़ और 16 करोड़ रुपये)।
“जंबो” नमक एक एनिमेटेड फिल्म में उन्होंने अपनी आवाज भी दी।
वह सचिन तेंदुलकर को अपना प्रेरणास्रोत मानते है।
उन्होंने अपने बायें हाथ पर रोमन भाषा में एक “XII” टैटू बना रखा है।
2012 में उन्होंने कैंसर के रोगियों के लिए “YouWeCan” गैर सरकारी संगठन की स्थापना की।

कुछ भी कहो २०१९ में युवी ने रिटायरमेंट लेली और युवी के फँस को झटका लग गया। ये चमकता सितारा अब हमें खेलते वक़्त नज़र नही आएगा। .लेकिन we still love you yuvi!!