शीबा इनु कॉइन क्या है – What is Shiba Inu Coin?
शीबा इनु कॉइन एक decentralized cryptocurrency है जिसका कोड नाम “SHIB” है। इसको शीबा टोकन के नाम से भी जाना जाता है। शीबा इनु कॉइन को एक अनजान व्यक्ति द्वारा अगस्त 2020 में बनाया गया था। शीबा इनु कॉइन भी डोज कॉइन की तरह ही एक meme कॉइन है और ध्यान से सोचा जाए तो यह टोकन डोज कॉइन को देखकर ही बनाया गया है।
शीबा इनु कॉइन दूसरी Cryptocurrency की तरह नहीं है। जहा ज्यादातर दूसरी Cryptocurrency को एक सिमित मात्रा में ही खरीदने की अनुमति है। और उन्हें महंगे और भारी hardware की मदत से माइन करना पड़ता है। वही दूसरी तरफ Shiba inu coin को जितना चाहे उतना खरीदा जा सकता है। आप यह कॉइन अरबो खरबो की मात्रा में खरीद सकते है।
आपको यह बता दू की शीबा इनु कॉइन का नाम एक जापानी कुत्ते के नाम पर है। जहा डोज कॉइन ने इस कुत्ते का चेरा अपनाया तो तो वही शीबा इनु कॉइन ने इसका नाम। वैसे शीबा इनु एक जापानी कुत्ता है जिनका बहुत ज्यादा शिकार किया जाता है।
शीबा इनु कॉइन का इतिहास – History of Shiba Inu Coin
शीबा इनु कॉइन को अगस्त 2020 में बनाया गया था, इससे डोज कॉइन को देखकर ही बनाया गया था, इस कॉइन को बनाने वाला व्यक्ति कोण है यह आज तक पता नहीं लग पाया है या यह भी कह सकते है की यह कॉइन एक अनजान व्यक्ति द्वारा बनाया गया है। इस टोकन की कीमत ना के बराबर थी जब तक यह टोकन 20 अप्रैल को $0.000002 डॉलर का नहीं हुआ। 9 मई को इस टोकन की कीमत $0.000009 से अधिक हो गई थी और 10 मई को यह टोकन $0.0000388 डॉलर तक पहुंच गया था।
Coin Market Cap जहा सभी कॉइन की जानकारी मिलती है उसके अनुसार 10 मई तक शीबा इनु की मार्किट कैपिटलाइजेशन $13 बिलियन डॉलर तक पहुंच गयी थी , और इसकी वजह से यह कॉइन पूरी cryptocurrency मार्किट में 14 नंबर पर पहुंच गयी थी। इसकी कीमत निचे तब गिरी जब विटालिक बुटेरिन ( एथेरियम के फाउंडर) ने $1 बिलियन डॉलर के शीबा इनु कॉइन भारत COVID रिलीफ फण्ड में donate कर दिए थे।
डोजकॉइन के चक्कर में आया शीबा इनु कॉइन !
Dogecoin के लोगो (logo) में लगे डॉग का चेहरा अब दुनियाभर में मशहूर है। इसका श्रेय इस क्रिप्टोकरंसी को जाता है जिसे शुरुआत में महज एक मजाक की तरह लॉन्च कर दिया गया था। मगर आजकल इंटरनेट पर Dogecoin खूब सुर्खियां बटोर रहा है। Shiba Inu डॉग के चेहरे को केवल Dogecoin पर नहीं प्रयोग किया गया है। Shiba Inu कॉइन भी आजकल खूब चर्चा में है। Shiba Inu कॉइन को इथिरियम से बनाया गया है और वर्तमान समय की मार्केट कैपिटल की बात करें तो यह मार्केट में मौजूद टॉप 100 सिक्कों में सबसे तेज विकास करने वाली क्रिप्टोकरंसी है। Shiba Inu कॉइन को Dogecoin के विकल्प के रूप में देखा जाता है और यह कॉइन फिलहाल पिछले सात दिनों में 1,970.57 प्रतिशत रिटर्न दे चुका है।
इस क्रिप्टोकरंसी में आए इस उछाल पर आश्यर्य नहीं किया जा सकता है क्योंकि नई नई शुरू हुई क्रिप्टोकरंसी में घातांकिय विकास बहुत ही साधारण सी बात है। इसलिए यह इस कॉइन में इन्वेस्ट करने का एकमात्र कारण होना चाहिए। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इनका तुलनात्मक मूल्य कम होता है। CoinMarketCap के अनुसार Shiba Inu कॉइन की वर्तमान कीमत 0.00000163 डॉलर है जो कि अप्रैल के मध्य में केवल 0.0000006 डॉलर थी।
शिबा इनू की मार्केट कैपिटल ही है जो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। इसकी वैल्यू $13 बिलियन के साथ काफी चौंकाती है। वहीं Dogecoin की वैल्यू $61 बिलियन है। हालांकि इससे पहले डॉगकॉइन की वैल्यू $90 बिलियन थी मगर एलेन मस्क के द्वारा SNL में की गई एक comment के बाद इसकी कीमत गिर गई।
इन दोनों मुद्राओं में अंतर केवल इतना है कि डॉगकॉइन एक कॉइन है जबकि शिबा इनू एक टोकन है। इन दोनों में अंतर करने के लिए आपको ज्ञात होना चाहिए कि क्रिप्टोकरंसी (डॉगकॉइन) के पास अपनी स्वयं की ब्लॉकचेन होती है जबकि क्रिप्टो टोकन (शिबा इनू) पहले से मौजूद ब्लॉकचेन पर बनाए जाते हैं। शिबा इनू कॉइन को SHIB टोकन के नाम से बेचा जाता है।
इस टोकन की बढ़ती लोकप्रियता का सबसे बड़ा लाभ इस वक्त इथिरियम के फाउंडर विटालिक बुटेरिन को मिल रहा है क्योंकि शिबा इनू को इथिरियम से ही बनाया गया है। इसकी कीमतों में आए उछाल ने बुटेरिन की कुल संपत्ति में 11 बिलियन डॉलर की बढोत्तरी की है। बुटेरिन के पास 505 बिलियन SHIB टोकन हैं जो इसकी कुल सप्लाई का 50 प्रतिशत है।
यहां पर एक रोचक तथ्य यह है कि बुटेरिन को यह टोकन खरीदने नहीं पड़े थे बल्कि उन्हें यह टोकन शिबा इनू के निर्माताओं के द्वारा मुफ्त में दिए गए थे। ऐसा इसलिए किया गया था ताकि मार्केट में इसके प्रसार की कड़ी तोड़ी जा सके और टोकन की कमी एक कारक बन सके।
SHIB के संस्थापक ने एक कंपनी नोट में कहा, “हमने विटालिक को इसकी 50 प्रतिशत सप्लाई दी है। अपने में ही महान बनने का कोई औचित्य नहीं है जब तक कि विटालिक बुटेरिन की छत्रछाया न मिले, उसके बाद ही SHIBA विकास करेगा और मार्केट में बना रह सकेगा।”
कुल मिलाकर इस क्रिप्टोकरंसी के बारे में इतना ही कहा जा सकता है कि ये क्रिप्टोकरंसी एक टोकन है और यूजर इसको ट्रिलियन की संख्या में भी अपने पास रख सकते हैं।
वहीं बात जब भारत की आती है तो क्रिप्टोकरंसी को लेकर स्थिति अभी भी साफ नहीं है। भारतीय व्यापार मंच पर इसका लेन देन अभी नहीं शुरू हुआ है। यहां तक कि बड़े भारतीय क्रिप्टो व्यापार प्लेटफॉर्म्स जैसे WazirX, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO पर भी यह टोकन देखने को नहीं मिलता है। मगर कोई निवेशकर्ता इसमें व्यापार करने की रूचि रखता है तो वह इसे फिलहाल CoinDCX, Binance, और Coinbase से खरीद सकता है। हां, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि यदि इस टोकन की कीमतों में इसी तरह के उछाल देखने को मिलते रहे तो निश्चित ही SHIB को भारतीय व्यापार मंचों पर भी कुछ समय पश्चात् लिस्ट होते देखा जा सकता है।
भारत में कैसे खरीदें Shiba Inu?
जहां सरकार की ओर से प्रतिबंध लगाने का खतरा है, वहीं भारतीय सक्रिय रूप से क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार कर रहे हैं। Ethereum और Dogecoin में हालिया उछाल ने भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज WazirX के सर्वर को भी क्रैश कर दिया। हालांकि, Shiba Inu कॉइन WazirX पर कारोबार करने के लिए उपलब्ध नहीं है।
कॉइन खरीदने के लिए कोई भी CoinDCX, Binance, और Coinbase जैसे प्लेटफार्मों का उपयोग कर सकता है। खरीदारों को समर्थित क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट को UniSwap से कनेक्ट करना होगा। कनेक्ट किए गए वॉलेट में समर्थित क्रिप्टोकरेंसी फंड होना चाहिए, जो ज्यादातर मामलों में Ethereum या Bitcoin है।
खरीदारों को फिर उस करेंसी को कॉन्फ़िगर करना होगा जिसे वे Shiba Inu के लिए एक्सचेंज करना चाहते हैं और स्लिपेज (मूल्य परिवर्तन) सहिष्णुता निर्धारित करते हैं और वांछित सेटिंग्स पर निष्पादित करने के लिए लेनदेन की प्रतीक्षा करने के लिए वे जितना समय चाहते हैं।
यदि समय अवधि में मूल्य मिलान होता है, तो यूजर्स को अपनी राशि के Shiba Inu कॉइंस मिलेंगे।