मोबाइल फ़ोन का इनवेंशन मार्टिन कूपर ने April 3, 1973 में लगाया उससे पहले वायर्ड फ़ोन्स का इनवेंशन हुआ था ,मोबाइल फ़ोन्स का अधिकाधिक वापर इ .स २००० के बाद हुआ ,उसके बाद स्मार्ट फ़ोन्स ने अपना स्थान जल्द ही बना लिया , वो इस हद्द तक के लोग अब उसके बिना नहीं रह सकते और उसका यूज भी दिन बा दिन बढ़ रहा है इसकी वजह से अलग तरह की बीमारिया मनुष्य के पीछे लग चुकी है।
चलिए नज़र डालते है मोबाइल यूज से क्या नुकसान होता है और इससे कैसे बचाया जाये –
- क्या आपका मोबाइल का अतिरिक्त वापर कालिंग पे हो रहा है
तोह आप को सतर्क होने की आवश्यकता है क्युकी रिसर्च में पाया गया है कि जब हम देर तक कान के पास मोबाइल लगाकर बातें करते हैं तब फोन से निकलने वाला इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन (electromagnetic radiation) ऊत्तकों द्वारा अवशोषित हो जाता है। जिसके कारण मस्तिष्क के कैंसर (brain cancer) की संभावना बढ़ जाती है। मोबाइल फोन पर अधिक देर तक बात करने के कारण किसी भी उम्र के लोगों को ब्रेन कैंसर हो सकता है। इसलिए हर उम्र के लोगों और विशेषरूप से युवाओं को फोन पर अधिक देर तक बात करने से बचना चाहिए।
सीपीसीबी के अध्यन में ये बात सामने आयी है के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण और मोबाईल की तरंगे या लेहरे ये दोनों मिलके मानवीय शरीर पे बहोत ज्यादा अ पाय करती है , जब हम सड़क पे होते है तोह उसका खतरा काम होता है।
2. और मोबाईल का यूज घर और ऑफिस में हो रहा है ? –
जब हम मोबाइल फोन पर बात करते हैं तो वह सिग्नल वेवलेंग्थ के जरिये सेल टावर से जुड़ता है। जितनी देर तक बात होती है, उतने समय तक हानिकारक तरंगें शरीर और त्वचा को प्रभावित करती हैं। घर के बाहर सड़क या पार्क आदि में सिर्फ मोबाइल फोन और सेल टावर के रेडिएशन से ही प्रभाव पड़ता है, लेकिन घर या दफ्तर में यह प्रभाव बढ़ जाता है। कंप्यूटर, टीवी, रेडियो एफएम, हीटिंग-लाइटिंग लैंप, माइक्रोवेवओवन और आसपास से गुजर रही बिजली की लाइनें भी कई सिग्नलों से तरंगें उत्पन्न करती हैं।
इनका इलेक्ट्रोमैगनेटिक रेडिएशन मोबाइल के रेडिएशन और सेल टावर के सिग्नल से ट्रांसमिट करता है। इससे शरीर पर पड़ने वालादुष्प्रभाव दोगुना हो जाता है। शरीर में ऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ जाती है। थकावट, सिरदर्द, अनिद्रा, कानों में घंटियां बजने, जोड़ों में दर्द और याददाश्त कमजोर होने जैसी समस्याएं सामने आती हैं।
मोबाईल यूज ही आवश्यक है तो कौनसी सावधानी बरते ?
- मोबाइल फोन का सीधे उपयोग न करें इयर फोन से करें बात।
- मोबाइल को कान पर लगाएं तो नीचे से पकड़ें, पूरा फोन नहीं।
- लंबी बातें करने के लिए सामान्य लैंड लाइन फोन का प्रयोग करें।
- मोबाइल फोन का प्रयोग सही मुद्रा में खड़े होकर या बैठ कर ही करें।
- रेडिएशन से बचाव के कुछ उपाय रेडिएशन व इलेक्ट्रोमैगनेटिक तरंगें भी शरीर के लिए नुकसानदायक हैं।
- मोबाइल फोन का उपयोग थर्मल प्रभाव भी उत्पन्न करता है। अधिक देर तक कान पर लगाए रखनेसे गर्माहट पैदा होती है, जिससे त्वचा को नुकसान पहुंचता है।